अब बस ...इंतजार होगा .....तेरा ही इंतजार होगा !!
अब मेरे दिल मे किसके घर आने का इंतज़ार होगा ?
अब किसके दिन भर के सवाल , जवाब पूछेंगे मुझे ,अब किसकी आँखों मे अपना अक्स देखूँगी मैं उम्र-भर ,
किसकी खुली आँखों को मेरे हाथों का अब इंतजार होगा ,
अब मेरे दिल मे किसके घर आने का इंतज़ार होगा ?
अब सुबह किसके सपनो से जगाएँगी मुझे ,
अब रातें किसकी करवटों से जागेंगी उम्र-भर ,
आँखों के बहते आंसुओ को किसके हाथों का अब इंतजार होगा ,
अब मेरे दिल मे किसके घर आने का इंतज़ार होगा ?
अब किस के कांधे पर सुकून से नींद आएगी मुझे ,अब किस से मांगूंगी , फूलों की किस्तें मैं उम्र-भर ,बिखरे इन बालों को किसके सहलाने का अब इंतजार होगाअब मेरे दिल मे किसके घर आने का इंतज़ार होगा ?
अब किसको हँसता देखकर सांसे आएँगी मुझे ,
अब किस से करुँगी उसी की शिकायतें मैं उम्र-भर ,
मेरे बचपने पर अब किसके "ख्याल रखने" का मुझे इंतजार होगा ,
अब मेरे दिल मे किसके घर आने का इंतज़ार होगा ?
- Anjali Maahil
मन के भावों को खूबसूरती से उकेरा है
ReplyDeleteबहुत भावपूर्ण ...सीधे मर्म तक पहुँच रही है ...!!
ReplyDeleteबहुत मार्मिक रचना है...मन के भावो को बहुत गहराई से व्यक्त किया है..सीधे दिल को कचोटती भावाभिव्यक्ति है...
ReplyDeleteबहुत अच्छी तरह से मनोभावों को व्यक्त किया है..
ReplyDeleteदिल को छू गयी...
बहुत अच्छा नग़मा, एक खूबसूरत गीत जैसा!
ReplyDeleteगहरे भाव लिए सुंदर रचना।
ReplyDeleteउफ़ अभी भी इंतज़ार ही हैं .......बहुत बढिया अभिव्यक्ति
ReplyDeleteहैडर में बड़ी बल्ले बल्ले फ़ोटो लगी हुई है जी☺
ReplyDeleteमन के भावो को शब्द दे दिए आपने......
ReplyDeleteइंतज़ार....इंतज़ार....इंतज़ार....!!
ReplyDeletebahut khub...
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